दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों, पीड़ा के इन दुःख के कांटों पर तुम्हारे पैर कांपे क्यों, तुम्हारा हृदय घबराया क्यों,...
क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए! क्या पता, कब, आन पड़े, बारिश की झड़ी कुछ लकड़ियां तो रखो, आग जलाने के लिए!
नम हों आँखें, तो मुस्कुराना सीखो नम हों आँखें, तो मुस्कुराना सीखो
जागती रहना तुम बरगद के पेड़ के पास, फिर ठिकाना होगा अपना संभल के रहना तुम, उस बरगद जागती रहना तुम बरगद के पेड़ के पास, फिर ठिकाना होगा अपना संभल के रहना त...
तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना, तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना,
हो खुशियों भरा आने वाला साल ये दुआ हम रब से मांगते हैं, दुःख रहे सब से दूर ये दुआ हम र हो खुशियों भरा आने वाला साल ये दुआ हम रब से मांगते हैं, दुःख रहे सब से दूर ये...